
लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर उन्होंने सख्त निर्देश देेत हुए कहा कि बकरीद, श्रावण मास, कांवड़ यात्रा सहित आगामी त्योहारों के दृष्टिगत सतत सतर्क-सावधान रहना होगा। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति के साथ पेश आएं और माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए।
विवादित जगहों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए
सीएम योगी ने बकरीद के पर्व को लेकर कहा कि तय स्थान के अलावा कहीं और खासकर विवादित जगहों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। साथ ही प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबन्धित पशु की कुर्बानी न हो। मुख्यमंत्री ने बुधवार को यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी जोनल पुलिस महानिरीक्षकों, मण्डलायुक्तों, पुलिस कमिश्नरों के साथ बकरीद, नाग पंचमी, रक्षा बंधन, श्रावण मास, कांवड़ यात्रा आदि के दृष्टिगत कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में समीक्षा की।
अलविदा की नमाज़ और ईद की हुई सराहना
सीएम योगी ने कहा कि, ‘विगत दिनों रमजान माह में अलविदा की नमाज़ और ईद के अवसर पर धार्मिक कार्यों से यातायात प्रभावित नहीं हुआ। कई जनपदों में स्थान का अभाव होने पर बेहतर समन्वय के साथ पालियों में नमाज़ अदा हुई। इस प्रयास की पूरे देश में सराहना हुई है। इस बार बकरीद के मौके पर हमें यही व्यवस्था लागू रखनी होगी। पीस कमेटी की बैठक कर लें, मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।’
कावड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं का उत्पीड़न न किया जाए
उन्होंने कावंड़ यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि, कावंड़ यात्रा में परम्परागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका हिस्सा रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं का उत्पीड़न न किया जाए। यह सुनिश्चित करें कि डीजे, गीत-संगीत आदि की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप ही हो और इसमें केवल धार्मिक गीत व भजन ही बजाए जाएं। धार्मिक यात्राओं/जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो।’
खुले में मांस आदि की खरीद-बिक्री न हो
आदित्यनाथ ने कहा कि यह सुनिश्चित की जाए कि श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि का खरीद-बिक्री न हो और स्ट्रीट लाइट की सुविधा हो। उनका कहना था कि चूंकि गर्मी तेज है, ऐसे में मार्ग में पीने के पानी की व्यवस्था भी कराई जाए।