
संपत्ति के मामले में अदाणी ग्रुप के मालिक गौतम अदाणी अब किसी भी वक्त रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ सकते हैं। हालांकि, गौतम अडानी को ये मुकाम हासिल करना इतना आसान नहीं हैं।
ब्लूमबर्ग की बिलिनेयर इंडेक्स रिपोर्ट में दी गई जानकारीके अनुसार एशिया के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन बने गौतम अदाणी, उनकी कुल संपत्ति 4.98 लाख करोड़ रुपए रही है। इस साल उनकी संपत्ति 2.47 लाख करोड़ रुपए बढ़ी, यानी करीबन 100% की बढ़त। वही दूसरी तरफ एशिया में पहले नंबर पर रिलायंस के मुकेश अंबानी हैं जिनकी कुल संपत्ति 5.73 लाख करोड़ रुपए है। इस साल उनकी की संपत्ति में 1,312 करोड़ रुपए की कमी आई है। विश्व स्तर पर तो अंबानी 13 वें स्थान पर हैं जबकि अदाणी 14 वें स्थान पर हैं। इन दोनों के बीच संपत्तियों में महज 75 हजार करोड़ रुपए का ही फर्क है।
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स की रैंकिंग में दुनिया के सबसे रईस अमेजन के जेफ बेजोस ($189 बिलियन) हैं। दूसरे स्थान पर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ($163 बिलियन) , तीसरे स्थान पर बर्नाड अनॉल्ट ($162 बिलियन), चौथे स्थान पर बिल गेट्स ($142 बिलियन), पांचवें स्थान पर मार्क जुकरबर्ग ($119 बिलियन) और छठे नंबर पर वॉरेन वफे ($108 बिलियन) हैं।
गौतम अदाणी इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर रिन्यूएबल एनर्जी तक में काम कर रहे हैं। अदाणी की लिस्टेड ६ कंपनियों का मार्केट कैप एक साल में 41.2 गुना बढ़ा है। इसी समय में अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप महज 55% बढ़ा है। रिलायंस ग्रुप का मार्केट कैप 13 लाख करोड़ रुपए है जबकि अदाणी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप 8.4 लाख करोड़ रुपए है। पिछले साल की बात करें तो अदाणी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप 1.5 लाख करोड़ रुपए था जो अब 8.5 लाख करोड़ रुपए है। यानी इसमें 6 गुना की बढ़ोत्तरी हुई है। रिलायंस ग्रुप का मार्केट कैप इसी समय में 9.37 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 13.35 लाख करोड़ रुपए हो गया है।
भले ही अभी मुकेश अंबानी की नेटवर्थ भी कमजोर हुई हो परन्तु आने वाले समय में वह और आगे निकल सकते हैं। अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज और सउदी अरामको के बीच हिस्सेदारी बिक्री की डील पर एक बार फिर बातचीत चल रही है। इस डील के पूरा होने के बाद मुकेश अंबानी की दौलत में उछाल आ सकता है। इसके अलावा रिलायंस रिटेल और फ्यूचर समूह के बीच की डील में अड़ंगे ने भी मुकेश अंबानी के सम्पत्ति को प्रभावित किया है। ये डील 24 हजार करोड़ से ज्यादा की है। डील पूरी होने की स्थिति में रिलायंस का रिटेल कारोबार में दबदबा बढ़ेगा। हालांकि, इस डील पर अमेजन को आपत्ति है। अमेजन ने इसके खिलाफ कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है।