
एसजेवीएन लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही के दौरान कर पश्चात लाभ में 44.93% की वृदि्ध दर्ज की है । कंपनी का कर पश्चात लाभ पिछले वित्तीय वर्ष की समतुल्य तिमाही के दौरान के 430.21 करोड़ रुपए से बढ़कर 623.50 करोड़ रुपए हो गया है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रथम छह माह के दौरान अनुकूल मौसमी हालात के रहते इस वित्तीय वर्ष में एसजेवीएन की परियेजनाओं से 7498 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन हुआ है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की समतुल्य अवधि के दौरान 6342 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन हुआ था।
एक तरफ कंपनी का राजस्व 751.52 करोड़ रुपए से 25.84% बढ़कर 945.71 करोड़ रुपए हो गया है, वहीं कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 561.21 करोड़ रुपए से 33.44% बढ़कर 748.88 करोड़ रुपए हो गया है, जिसके फलस्वरूप कंपनी का ईपीएस तिमाही के दौरान 1.09 रूपए से बढ़कर 1.58 रुपए हो गया है । कंपनी के वित्तीय नतीजों की घोषणा निदेशक मंडल की नई दिल्ली में संपन्न हुई बैठक में की गई ।
एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री नंद लाल शर्मा ने बताया कि 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन जो देश का सबसे बड़ा भूमिगत विद्युत गृह है तथा 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन हर वर्ष जलविद्युत क्षेत्र में नई मिसालें कायम कर रहे हैं।
उन्होंने आगे यह भी बताया कि एसजेवीएन ने हाल ही में आठ (8) जलविद्युत परियोजनाओं के कार्यान्वयनार्थ हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं । इन परियोजनाओं की कुल क्षमता 2388 मेगावाट है तथा इन परियोजनाओं के विकास में 24000 करोड़ रूपए का निवेश शामिल है ।
एसजेवीएन ने नवीकरणीय ऊर्जा विद्युत पारेषण तथा ताप विद्युत के क्षेत्र में भी प्रवेश कर लिया है। एसजेवीएन ने आंतरिक उन्नति के लक्ष्य परिकल्पित किए हैं और सन 2023 तक 5000 मेगावाट, सन 2030 तक 12000 मेगावाट तथा सन 2040 तक 25000 मेगावाट की स्थापित क्षमता हासिल करने के पथ पर तीव्रता से अग्रसर है ।